जागो जागो रब के प्यारे रात थोरी रह गई
झिलमिलाते है सितारे रात थोरी रह गई
उठो उठो बिस्तर चोरो दूर अब सुस्ती करो
गर जो की अब लापरवाही नींद फिर आ जाएगी
वक़्त निकल जायेगा तब देर फिर हो जाएगी
जागो जागो रब के प्यारे रात थोरी रह गई
उठो उठो बिस्तर छोरो वक़्त शहरी हो चला
झिलमिलाते है सितारे रात थोरी रह गई
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