Sunday, February 7, 2016

नात -ऐ - रसूल अल्लाह




आओ चलो चलें नबी अल्लाह के राह पे
दिल को लगा -२ के चले मुस्तफा के राह पे

आओ करें एहतराम  बुजुर्गाने दिन का
सिक्वे मिटा -२ के चलें वाली अल्लाह के राह पे

आओ भटको को राह दिखाएँ अल्लाह के वास्ते
ईमान बचा -२ के चलें हबीबल्लाह के राह पे

वसीला जरूरी है सच्चे मुसलमान के लिए
भेजो दरूद बार -२  चलो चलें ख्वाजा के राह पे

मौत आती है जिस तरह बहाने से
वसीला भी जरूरी है दो जहाँ के लिए

मैदान-ऐ -मेहसर में जलवागर होंगे नबी अल्लाह
दामन पकड़ -२  के चलो  चलें गौसे आजम के राह पे